राजनीतिक भ्रम

सामाजिकता और नैतिकता दोनों बहने एक बार फिर पीछे के दरवाजे से झांकती हुई..!!

काश कोई मेरे बारे में सोचता..!!
राजनीति ने दोनों बहनों को ठिकाने लगाने की पुरजोर कोशिश कर दी है..!!
मणिपुर, मुर्शिदाबाद व कश्मीरियत के बाद अब जातीय जनगणना...अब नेतागण बताएंगे कि ये हमने कहां, ये हमने मांगा..!!
और राजनीति ठहाका लगाते हुए दोनों बहनों को ठिकाने लगा चुकी होगी..!!
कौन है ये राजनीति,
कहां से आती है और कितना प्रभाव डालती है..!!

ये सब जानने के लिए आपको सोचना होगा और आप सोचें उससे पहले राजनीति के बड़े बेटे मीडिया द्वारा आपको भ्रमित कर दिया जाएगा, हो सकता है कि आपके पास बड़ा बेटा न पहुंच पाया तो छोटा बेटा मोबाइल तो पहुंच ही जाएगा और सोशल मीडिया जैसे दोस्तों की फौज आपकी कराएगी मौज..!!

क्या हुआ कुछ सोच नहीं पाए न, ऐसा ही होता आ रहा है कई वर्षों से और अब तो इतना हावी हो चुका है कि आपको ये पढ़ने में अच्छा लगेगा, ओढ़ने में भी अच्छा लगेगा..!!

पर सच सुनिए, कोढ़ है ये राजनीति...जिस जिस को इसने निशाना बनाया उसको खत्म कर डाला फिर चाहे उसका खुद का परिवार ही क्यों न हो..!!

वक्त हो चला है दोनों बहनों से मिलने मिलाने का...!!
वक्त हो चला है दोनों बहनों को बहानों में मिलाने का..!!

© Nikhil S Yuva

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